कोलकाता कांड को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। इस घटना को लेकर नेताओं से लेकर जनता तक सभी में भारी आक्रोश है। लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है यहाँ तक कि इस मामले से राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। दरअसल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल का मामला लगातार सुर्खियों में है। ताजा घटनाक्रम में राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य सरकार डॉक्टरों के साथ बैठक और बातचीत की शर्तों को मानने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, डॉक्टरों ने कुछ शर्तें लगाई हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि चिकित्सक खुले मन से बैठक करने के लिए तैयार नहीं हैं। गौरतलब है कि चिकित्सकों ने राज्य सरकार को एक पत्र भेजा था।
इतना ही उन्होंने मुख्य सचिव द्वारा निर्धारित अधिकतम 15 प्रतिनिधियों के बजाय बैठक में कम से कम 30 प्रतिनिधियों को बैठक में शामिल होने की अनुमति देने की अपील भी की। डॉक्टरों का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में केवल उनकी मांगों पर ही बातचीत की जाए। इस बातचीत का सीधा प्रसारण टीवी पर किए जाने की मांग भी की।
दरअसल स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार डॉक्टरों की हर बात सुनने के लिए तैयार है; लेकिन वे ऐसी बैठक से पहले शर्तें नहीं तय कर सकते। उन्होंने बुधवार तड़के 3.49 बजे मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को ई-मेल भेजने की घटना पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इसकी वजह ‘राजनीतिक उकसावा’ हो सकती है। उन्होंने कहा कि कि राज्य सरकार आंदोलनकारी चिकित्सकों को काम पर वापस लौटने के संबंध में उच्चतम न्यायालय के निर्देश का पालन करेगी