हिमाचल सरकार इन दिनों प्रदेश में खूब एक्टिव नजर आ रही है। इन दिनों लगातार योजनाओं को लांच कर रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने बीते एक साल में मिल्कफेड के माध्यम से रोजाना दूध खरीद में 18 फीसदी की वृद्धि की है। मिल्कफेड बीते साल 1.40 लाख लीटर के मुकाबले इस साल 1.90 लाख लीटर दूध की रोजाना खरीद कर रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि दूध में वसा की मात्रा भी 3.50 फीसदी से बढ़कर 3.65 और सॉलिड-नॉट-फैट की मात्रा 7.50 से बढ़कर 7.70 हुई है।
मिल्कफेड ने बीते साल मई और जून के मुकाबले इस साल इस समय अवधि में 17.95 करोड़ के अधिक ऋण दिए हैं। मिल्कफेड ने बीते साल मई में 11.01 करोड़ और जून में 11.88 करोड़ रुपये की तुलना में इस वर्ष मई में 19.42 करोड़ और जून में 21.42 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए हैं। दूध की औसत खरीद 1.90 लाख लीटर प्रतिदिन के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष की 1.40 लाख लीटर प्रतिदिन की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने कहा कि दुग्ध क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार पशुपालन को अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिल्कफेड के दूध खरीद के आंकड़ों में साफ हो गए हैं .उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के सहयोग से जिला कांगड़ा के ढगवार में आधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित कर रही है, जिसके लिए 201 करोड़ रुपये जारी किए हैं। संयंत्र की प्रारंभिक क्षमता 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन है, जिसे तीन लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकता है।