एक बार रद्द होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। लेकिन जब दोबारा परीक्षा हुई तो कई सवाल के जवाब मिल गए। दरअसल बता दें कि प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा का सकुशल आयोजन कर उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड और डीजीपी मुख्यालय ने नया इतिहास रच दिया। शनिवार को भर्ती परीक्षा का पांचवां एवं अंतिम दिन भी सकुशल गुजरा और 72 फीसद अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं अलग-अलग जिलों की पुलिस एवं एसटीएफ द्वारा कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक सॉल्वर और परीक्षा पास कराने का झांसा देने वाले 5 ठग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी है। सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को हुआ, जिसमें पेपर लीक की आशंकाओं को धता बताते हुए पूरी शुचिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न कराया गया। इस दौरान करीब 30 फीसदी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। बोर्ड ने पेपर लीक से बचने के लिए इस बार तकनीक का भरपूर इस्तेमाल किया।बता दें कि शनिवार को आयोजित परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने वाले 4 अभ्यर्थियों को कानपुर से पकड़ा गया, जिनमें मैनपुरी निवासी विपनेश कुमार, आगरा निवासी सोनू सिंह, निहाल सिंह और मथुरा निवासी ओमवीर शामिल हैं। बिहार के अभिमन्य ओझा को ललितपुर से, बुलंदशहर निवासी वीर सिंह को सहारनपुर से, बिहार निवासी सुमित कुमार को महोबा से, अलीगढ़ निवासी सुखबीर सिंह को बुलंदशहर से, प्रयागराज निवासी छोटा निषाद को बांदा से, कन्नौज निवासी शारिक को फतेहपुर से और शामली निवासी प्रीत सिंह व सहारनपुर निवासी अनुज कुमार को बागपत से गिरफ्तार किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व तथा मार्गदर्शन में भर्ती बोर्ड द्वारा आरक्षी भर्ती 2023 की पांच दिवसीय परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न कराई गई। इस आयोजन में प्रतिभाग करने वाले सभी अभ्यर्थियों का भर्ती बोर्ड धन्यवाद देता है। अभ्यर्थियों ने बोर्ड के निर्देशानुसार अनुशासन और गंभीरता के साथ प्रतिभाग किया। बोर्ड शीघ्र ही आगे की प्रक्रिया की ओर बढ़ेगा, जिसकी सूचना अभ्यर्थियों को वेबसाइट के माध्यम से दी जाएगी। ऐसे में इस परीक्षा के सफल होने को लेकर सभी ने ख़ुशी जाहिर की है।